रांची:
जिला बार काउंसिल के प्रशासनिक सचिव पवन रंजन खत्री पर जानलेवा हमले के विरोध में रांची के वकील आज सड़क पर उतरे। न्यायिक कार्यों का बहिष्कार करते हुए अलबर्ट एक्का चौक और प्रदर्शन किया। उसके बाद नारेबाजी करते हुए कोतवाली पहुंचे। वकीलों ने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है। प्रदर्शन के कारण कुछ देर के लिए शहीद चौक, अलबर्ट एक्का चौक समेत एजी रोड के यातायात पर असर भी पड़ा।
वकीलों ने क्यों निकाला आक्रोश मार्च
जीएसटी इंस्पेक्टर गौरव सिन्हा का उनकी पत्नी के साथ आपसी विवाद है। मामले की सुनवाई न्यायालय में चल रही थी। समझौता के लिए दोनों पक्षों को न्यायालय में हाजिर होना था। इसी बीच वकील पवन रंजन खत्री और गौरव सिन्हा के बीच बातों-बातो में बात बढ़ गयी। आरोप है कि गौरव ने वकील पर हमला कर दिया।वकील पवन को गंभीर चोट लगी है। गौरव ने भागने की कोशिश की। लेकिन कोर्ट परिसर में मौजूद वकीलों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले भी कर दिया। अधिवक्ता ने गौरव सिन्हा के खिलाफ जान से मारने की कोशिश के आरोप लगाते हुए कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। पवन रंजन खत्री का कहना है कि कोतवाली थाना के एक पुलिस पदाधिकारी ने गौरव का पक्ष लेते हुए अधिवक्ताओं पर ही काउंटर एफआईआर दर्ज लिया है। इसलिए वकीलों में गुस्सा है।
क्या कहते हैं जिला बार काउंसिल के महासचिव
जिला बार काउंसिल के महासचिव संजय कुमार विद्रोही का कहना है कि पहले भी इस तरह की घटना हुई है। अधिवक्ता मनोज झा को गोली मारकर हत्या कर दी गई। अब तक उस दिशा में कोई सार्थक कार्रवाई नहीं हुई। अब रांची व्यवहार न्यायालय में बाहर के प्रशासनिक संयुक्त सचिव पवन रंजन खत्री पर क्लाइंट द्वारा उनपर हमला किया गया, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।