द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में देरी से फ्लैट खरीदार परेशान हैं। रांची, धनबाद, जमशेदपुर, हजारीबाग और डाल्टनगंज जैसे शहरों में कई बिल्डर समय पर प्रोजेक्ट पूरे नहीं कर पा रहे हैं, जिससे खरीदारों को फ्लैट मिलने में देरी हो रही है। झारखंड रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (झारेरा) को इस संबंध में बड़ी संख्या में शिकायतें मिली हैं।
झारेरा ने ऐसे 250 बिल्डरों की सूची तैयार की है जिन्होंने अपनी तिमाही प्रोजेक्ट रिपोर्ट वेबसाइट पर अपडेट नहीं की है। इनमें से कई बिल्डर पहले से जुर्माना झेल चुके हैं, जिनके बैंक खाते तक फ्रीज किए गए थे। इसके बावजूद उन्होंने न तो रिपोर्ट दी और न ही जुर्माना भरा। झारेरा ने अब बिल्डरों को सात दिन का समय देते हुए नोटिस जारी किया है। जिन पर पहले जुर्माना लगा था, उन्हें अंतिम चेतावनी दी गई है। अगर तय समय में जुर्माना और रिपोर्ट जमा नहीं की गई, तो संबंधित प्रोजेक्ट का रजिस्ट्रेसन रद्द कर दिया जाएगा।
फ्लैट खरीदारों पर बढ़ा आर्थिक बोझ
दैनिक भास्कर की रपट के अनुसार फ्लैट में देरी से फ्लैट खरीदार दोहरी मार झेल रहे हैं। अधिकांश प्रोजेक्ट एक साल से ज्यादा देरी से चल रहे हैं। बालू की कमी जैसे कारणों से प्रोजेक्ट 2022-2023 में पूरे नहीं हो सके, जो अब 2024 के अंत तक ही पूरे हो पाएंगे। खरीदारों ने लोन लेकर बिल्डरों को भुगतान कर दिया है। लेकिन अब उन्हें ईएमआई के साथ किराया भी देना पड़ रहा है। इससे उनका आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।
झारेरा के चेयरमैन वीरेन्दआ भूषण ने कहा कि अगर बिल्डर तय समय में जुर्माना और रिपोर्ट नहीं जमा करते हैं, तो कानूनी कार्रवाई होगी। प्रोजेक्ट का रजिस्ट्रेशन रद्द कर उन्हें अवैध घोषित किया जाएगा।