द फॉलोअप डेस्क
नक्सली संगठन पीएलएफआई के आतंक से तंग आकर चाईबासा जिले में 100 गांव के ग्रामीणों ने सेंदरा अभियान शुरू कर दिया है। इसमें अब तक 3 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। इसमें एरिया कमांडर मेटा टाइगर भी शामिल है। ग्रामीणों के इस कड़े रुख से नक्सली संगठन पीएलएफआई सकते में आ गया है। जिन उग्रवादियों को संगठन पहले अपना सदस्य मानता था, उनकी मौत के बाद अब उन्हें चोर गिरोह का हिस्सा बताया जा रहा है। संगठन के प्रमुख मार्टिन जी ने एक पत्र जारी कर सफाई दी है। पत्र में कहा गया है कि जिन लोगों ने चाईबासा में आतंक फैलाया, वे पीएलएफआई से जुड़े नहीं थे।
पीएलएफआई को बदनाम करने की कोशिश
मार्टिन ने लिखा है कि मेटा टाइगर नाम का कोई व्यक्ति संगठन में शामिल नहीं हुआ है। संगठन का कहना है कि यह जरूर किसी चोर गिरोह का काम है, जो पीएलएफआई को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। बता दें कि कुछ दिन पहले पीएलएफआई ने चाईबासा में 2 ग्रामीणों की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद इलाके के ग्रामीणों ने नक्सलियों के खिलाफ हथियार उठा लिए। अब हालात ऐसे हैं कि पीएलएफआई खुद डर में जी रहा है।
ग्रामीणों से की अपील
मार्टिन ने पत्र में ग्रामीणों से अपील की है कि वे इस मामले की सच्चाई सामने लाने में मदद करें और पुलिस भी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। लेकिन ग्रामीणों के आक्रामक तेवरों ने साफ कर दिया है कि अब वे नक्सलियों के खौफ में नहीं जीएंगे।