रांची
झारखंड में आज हुई ईडी की छापेमारी पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि ED (प्रवर्तन निदेशालय) की छापेमारी किसी राजनीतिक नेता के आवास पर नहीं हो रही है। छापेमारी केवल उन लोगों पर है जो साजिश कर रहे हैं और देश में घुसपैठियों को ला रहे हैं। हिमंता ने आगे कहा, हेमंत सोरेन ने खुद कहा था कि घुसपैठियों को जड़ से खत्म करना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने आगे कहा कि चुनाव आयोग को बन्ना गुप्ता के बयान पर उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
असम के मुख्यमंत्री झारखंड भाजपा के सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "पूरा झारखंड मोदीमय है। झारखंड में प्रधानमंत्री मोदी की लहर बह रही है। अभी यहां सीटों का अंदाजा लगाना मुश्किल है।" हिमंता ने कहा, मीडिया से पता चला है कि ED के छापों में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं। कहा कि बिना खर्ची-पर्ची, स्थानीय युवाओं को सरकारी नौकरी देना- यह असम में हो चुका है, और चुनाव के बाद झारखंड में भी होगा। सरकारी नौकरी में पारदर्शिता क्यों अनिवार्य है? क्योंकि इससे स्थानीय विकास जुड़ा हुआ है, युवाओं की आकांक्षाएं पूरी होती हैं और भ्रष्टाचार पर रोक लगती है।
गौरतलब है कि झारखंड और बंगाल में आज हुई 17 ठिकानों पर ED की छापेमारी में ईडी टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इन ठिकानों से ED की टीम को फर्जी आधार कार्ड, जाली पासपोर्ट, अवैध हथियार, संपत्ति के दस्तावेज, नगद, ज्वेलरी, प्रिंटिंग पेपर, प्रिंटिंग मशीन और आधार बनाने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले खाली प्रोफार्मा मिले हैं। साथ ही कई आपत्तिजनक सामान भी बरामद किये गये हैं। इस बात का खुलासा ED के आधिकारिक X अकाउंट पर किया गया है। गौरतलब है कि ED की कई टीमों ने एक साथ झारखंड और बंगाल के 17 ठिकानों पर छापेमारी थी। जानकारी के अनुसार यह रेड बांग्लादेश घुसपैठ को लेकर की गयी है।